यदि हमें अपने जीवन में सफ़ल होना है तो हमें अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसी के अनुसार आगे परिश्रम करना होगा । जीवन पथ पर कई कठिनाईयाँ आयेगी, लेकिन हमे अपना मन भटकये बिना उस मार्ग पर चलते रहना है । इस पथ पर अनेकों लालच मिलतें है, जो हमें अपनी मन्जिल की ओर जाने से रोकते है । इस लिए हमें अपने मन पर नियंत्रण पाना होगा, जिसके लिये कठिन साधना की जरुरत है ।
जिसके लिए एक अच्छे गुरु की आवश्यकता होगी । क्यों कि :-
"गुरु गोविंद दोउ खङे काके लागुं पांय,
बलिहारी गुरु आपकी गोविंद दियो मिलाय ।"
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